हर्रैया, बस्ती। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुबौलिया में चिकित्सकों के गायब रहने की शिकायत अस्पताल आने वाले मरीज प्रायः करते रहते हैं लेकिन अस्पताल कर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। इन्ही समस्याओं को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार सरैया अतिबल निवासी गुलाबा देवी को शुक्रवार की सुबह सांप ने काट लिया।
परिजन इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुबौलिया ले गये लेकिन 8ः20 बजे तक अस्पताल पर ताला लटक रहा था। कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। करीब पच्चीस मिनट बाद आवास से डॉ0 आशुतोष कुमार आये। शर्प दंश की शिकार वृद्धि महिला को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। ग्राम प्रधान अवधेश कुमार सिंह की अगुवाई में ग्रामीणों वहां पहुंच गए। लोगों ने आरोप लगाया कि दिन हो या रात यहां पर कोई चिकित्सक व कर्मचारी समय से मौजूद नहीं रहता है।
सुबह दस बजे तक सिर्फ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उमेश व चिकित्सक डॉ0 आशुतोष कुमार एवं आर बी एस के टीम मौजूद थी जबकि अन्य कर्मचारी नहीं पहुंचे थे। ग्रामीणों का आरोप था कि यह अस्पताल सिर्फ हाथी दांत साबित हो रहा है। एम ओआईसी हफ्ते में सिर्फ एक-दो दिन ड्यूटी करते हैं बाकी समय गायब रहते हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा आशुतोष कुमार से पूछने पर बताया कि अभी दो दिन पूर्व ही उन्होने अस्पताल में कार्यभार संभाला है।
सुबह अपने कमरे पर तैयार हो रहा था जैसे सूचना मिली तुरंत मरीज के पास पहुंच गया। इस सम्बन्ध में एमओआईसी डॉ0 सुशील कुमार ने बताया कि अस्पताल में उन्हें लेकर दो चिकित्सक तैनात है। दो फार्मासिस्ट है। एक ने छुट्टी लिया था जबकि दूसरे फार्मासिस्ट समय से नही पहुंचे जिसके चलते उन्हें उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थित कर दिया गया। इस मौके पर भवानी फेर सिंह, जोखू यादव, फूलचंद वर्मा, रामजीयवन, रामसुख, जयप्रकाश, नरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, राहुल पाठक, गोविंद सहित दो दर्जन अधिक लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल रहे।