बस्तीः पत्रकार पर हमला कर उसे डराने धमकाने और गले से सोने की चेन छीनने के आरोपी रूधौली नगर पंचायत के चेयरमैन धीरसेन निषाद को पुलिस तीन सप्ताह बाद भी गिरफ्तार कर पाने में नाकाम है। आरोपी पुलिस के सामने घूम रहा है और पत्रकार का मान मर्दन कर रहा है। घटना के संदर्भ में रूधौली थाने में चेयरमैन सहित 4 आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 504, 506 तथा 392 के तहत मुकदमा दर्ज है।
इनमें आज्ञाराम चौधरी, प्रेम प्रकाश पटेल तथा राजकमल को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है, लेकिन चेयरमैन की रसूख ने पुलिस का हाथ बांध रखा है। यही कारण है कि पुलिस की नाक के नीचे आरोपी चेयरमैन घूम रहा है, अपने रोजमर्रा के काम निपटा रहा है लेकिन पुलिस उसे पकड़ने का साहस नही जुटा पा रही है। आपको बता दें कर्बला पर गंदगी की ब्रेकिंग खबर चलाने से बौखलाये चेयरमैन ने मौके का वीडियो बना रहे पत्रकार अनूप बरनवाल को अपने गुर्गों से पिटवाया और खुद भी हमलावर हुआ। घटना के दौरान पत्रकार के गले से सोने की चेन गायब हो गई।
पहले तो पुलिस मानने को तैयार नही थी कि पत्रकार ने सोने की पहन रखा था। लेकिन बाद में दबाव बढ़ता देख केस दर्ज कर लिया। फिलहाल मामले में पुलिस नतमस्तक है और लूट का आरोपी चेयरमैन पत्रकार का स्वाभिमान चकनाचूर कर रहा है। यहां यह बात चिंताजनक है कि पत्रकारों के मामले में पुलिस एक साधारण नागरिक से भी दोयम दर्जे का व्यवहार करती है। दूसरा सवाल ये है कि पुलिस इसी तरह रसूखदारों को संरक्षण देती रही तो कानून का इकबाल कैसे कायम रहेगा। चेयरमैन के गुर्गो की गिरफ्तार हुई तो चेयरमैन की क्यों नही ? क्या कानून भी दोहरे मापदंड अपनाता है ?