बस्ती, 17 जुलाई। दो माह पहले हुये नगरपालिका चुनाव में स्थानीय जनता ने बम्पर मतों से चुनाव जिताकर किरदार तो बदल दिया, किन्तु तस्वीर नहीं बदली। चुनाव जीतने के बाद नगरपालिका बजट का रोना रो रही है। सूत्रों की माने तो चेयरमैन प्रतिनिधि कई जगह ये बात सार्वजनिक कर चुके हैं कि उन्हे बेहद घाटे की नगरपालिका मिली है। कुछ देर के लिये इसे सच मान लिया जाये तो कम से कम वे कार्य तो दिखने चाहिये जो नगरपालिका के संसाधनों और मैनपॉवर से कराये जा सकते हैं। शहरी क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों से साफ सफाई में लापरवाही बरतने की शिकायतें आ रही हैं। ब्लाक रोड के निवासियों ने मीडिया दस्तक को फोन करके और वाट्सएप ग्रुप में फोटो भेजकर अपनी समस्या को उचित पटल पर पहुंचाने का आग्रह किया। दरअसल यहां एक हफ्ते पहले नालियों से निकाला गया सिल्ट सड़क किनारे रखा गया है।
आते जाते वाहनों की रगड़ से गंदगी सड़कों पर पसर रही है और चारों ओर दुर्गंध फैल रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है जब तक नगरपालिका का वाहन सिल्ट उठाने आयेगा आधा नाली में जा चुका होगा, ऐसी साफ सफाई का क्या मतलब। कई लोगों ने शिकायती लहजे में यह भी कहा कि एक प्रतिष्ठित परिवार से सम्बन्ध रखने वाली नेहा वर्मा को इसलिये बम्पर मतों से चुनाव जिताया गया कि चाहे जितना कार्यकाल खराब रहेगा दूसरों से अच्छा ही रहेगा। लेकिन अब मतदाताओं को निराशा हाथ लग रही है। अब लोगों की जुबान चलनी शुरू हो गई है ऐसा लगता है किरदार बदलने से भी कोई खास फर्क नही पड़ने वाला है। कमोवेश साफ सफाई की यही स्थिति शहर के तमाम मोहल्लें में है। फिलहाल ब्लाक रोड के निवासियों, ने अविलम्ब सिल्ट हटवाने की मांग किया है।