बस्ती, 19 जुलाई। सड़क हादसे में जांन गंवा चुके बस्ती के युवा पत्रकार राहुल शुक्ल का आज दिन में 10.00 बजे बक्सई घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में रिश्तेदार, मित्र, सामाजिक कार्यकर्ता और तमाम पत्रकार शामिल हुये। 18 जुलाई को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई थी।
देर रात उनका पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के पश्चात पैतृक गांव वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के बन्तला लाया गया। शव घर पहुचने से लेकर अंतिम यात्रा शुरू होने तक का मंजर हृदय विदारक था। कोई राहुल के पार्थिव देह को निहारता, कोई उनके दो मासूम बच्चों को तो किसी की निगाह बदहवाश पत्नी को, एकटक देख रहा था। सभी निःशब्द थे। आखें सभी की नम थीं। ऐसा लगता था कि लोगों से कुछ पूछ लीजिये तो वे फफक कर रो देंगे। राहल के दो बेटे हैं, एक 5 साल का और दूसरा 4 साल का।
बड़े बेटे रौनक अपने पिता को मुखाग्नि देने आगे बढ़ा तो लोगों को सीने पर पत्थर रख लेना पड़ा। फिलहाल राहुल की देह पंचतत्व में विलीन होने के बाद गजब का सन्नाटा है। जुबान से ज्यादा लोगों के चेहरे और उनकी आखें हालात को बयां कर रही हैं। राहुल के परिवार का खर्च उठाने और दोनो बच्चों को पढ़ाने लिखाने के लिये अनेकों हाथ आगे बढ़ रहे हैं। राहुल कों मीडिया दस्तक टीम की श्रद्धांजलि। इसके बाद हम उन संस्थाओं और सामाजिक सोच के लोगों के नाम उजागर करेंगे जो राहुल के साथ भी और राहुल के बाद भी उसके परिवार के साथ खड़े हैं।