बनकटी, बस्ती (बीपी लहरी) परिषदीय स्कूलों की बदहाली दूर करने जहां सरकार पानी की तरह धन खर्च रही है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी लूटो खाओ की परम्परा निभाने में व्यस्त हैं। मंगलवार 25 अप्रैल 2023 को मीडिया दस्तक टीम ने बनकटी ब्लाक के तमाम परिषदीय स्कूलों का सर्वेक्षण किया। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल मोहनाखोर सुबह 07ः15 बजे, प्राथमिक स्कूल कटौंधा 07ः30 बजे और प्राथमिक स्कूल भरवलिया के गेट पर 07ः45 बजे ताला लटक रहा था, जबकि स्कूल खुलने का समय सुबह 07 बजे है।
08ः30 बजे टीम ने प्राथमिक स्कूल सिकरा खुर्द में दस्तक दिया जहां प्रधानाध्यपक वीरेन्द्र कुमार पटेल मौजूद मिले। लेकिन दो शिक्षामित्र बिन्देश्वरी यादव व महिला मधु पाण्डेय अनुपस्थित रहीं।, टीम के पूंछने पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि विन्देश्वरी यादव 24 और 25 अप्रैल को सी0एल0 अवकाश पर है। जबकि मधु पाण्डेय का घर स्कूल के निकटतम होने पर भी बगैर किसी सूचना के ड्यूटी से नदारद हैं। स्कूल में आज उपस्थित बच्चों की संख्या 19 है। जबकि रजिस्टर्ड बच्चों की संख्या 51 है।
विद्यालय के दो कमरो में एक में कक्षा 4 और 5 तथा दूसरे मे कक्षा 1,2,3 के बच्चे बढते है। स्कूल में निर्माण कराये गये भूकम्परोधी कक्ष की दीवार सामान्य कक्षों के दीवार के पहले फट कर व्यवस्था का माखौल उड़ा रही है। विद्यालय का कोई भी कक्ष सही सलामत नही है। शौचालय में गंदगी के साथ ही टोटी गायब होने के कारण निष्प्रयोज्य है। विद्यालय में गंदगी का अम्बार है। परिसर में ही आगनबाड़ी केन्द्र है। जिसका ताला कभी खुलता ही नही है।
स्कूल मे कहने के लिए महज एक कमरे मे टायल्स लगा है। सिर्फ दो कक्षों का विद्युतीकरण हुआ है। शेष कक्ष व आंगनबाड़ी भवन तो विद्युतीकरण के लायक ही नहीं है। दुर्भाग्य यह भी है कि स्कूल की बाउड्रीवाल का छः माह पूर्व निर्माण हुआ है। लेकिन निर्माण में प्रयुक्त की गयी घटिया सामाग्री के चलते अब-तक बाउड्रीवाल की दीवार सात जगह से फट चुकी है। फिर भी जिम्मेदार बेपरवाह व मूक दर्शक की मुद्रा में हाथ पर हाथ धरे बैठे है। टीम ने इसके बाद लगभग साढ़े नौ बजे प्राथमिक स्कूल गोविन्दपुर मे दस्तक दिया जहां प्रधानाध्यपक बाचस्पति उपाध्याय पहले की तरह फिर गायब मिले।
पूंछने पर शिक्षामित्र सुनीता देवी ने झल्लाकर किन्तु दबी जुबान से कहा कि आप के अलावा एस.डी.आई. तक को प्रधानाध्यापक के विषय में जानकारी है। फिर बार बार उनके विषय में हमसे क्यों पूंछते हैं। जबकि हम कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं हैं। अन्त में टीम ने उच्च प्रा.स्कूल इटहर का अवलोकन किया। जहां पहले की तरह प्रधानाध्यापक गायब मिले। जबकि मौजूद अनुचर ने बताया कि वे आज अवकाश लिए हैं। इनके विषय में प्रचलित है कि प्रधानाध्यापक रविन्द्र नाथ हर सीजन में स्कूल लगभग ग्यारह बजे के बाद ही पहुंचते हैं जो किसी से छिपा नहीं है। अब सवाल उठता है कि ऐसे शिक्षक जो अपने फर्ज से गद्दारी कर रहे हैं क्या ऐसे शिक्षकों से शिक्षा में गुणात्मक सुधार की उम्मीद की जा सकती है ?.फिर भी विभागीय अधिकारी मौन है।