यूपी डेस्कः कानपुर में बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद सैफ उर्फ जबर (37) की गोली मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार रात बदमाशों ने उसे कॉल करके बुलाया। हिस्ट्रीशीटर के पहुंचते ही गाली-गलौज की। फिर ताबड़तोड़ पेट में कई गोलियां मार दीं। वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके से अहम साक्ष्य जुटाए हैं। घटना मूलगंज थाना क्षेत्र की है। नवाब इब्राहिम का हाता अस्पताल रोड परेड निवासी मोहम्मद सैफ उर्फ जबर हिस्ट्रीशीटर था। वह जुआ, सट्टा, चंद्रेश्वर हाता के मर्डर केस और मादक पदार्थ की तस्करी समेत अन्य मामलों में जेल में बंद था। 10 दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। मूलगंज थाना प्रभारी अनूप कुमार सिंह ने बताया, ’’मोहम्मद सैफ का लेनदेन को लेकर शुक्रवार दोपहर को साथी सलमान काना से विवाद हुआ था।’’
पुलिस ने बताया, ’’रात 10ः30 बजे सलमान काना ने सैफ को फोन किया और उसे फैजान इंटर कॉलेज के पास मिलने के लिए बुलाया। सैफ के पहुंचते ही सलमान काना, उसके साथी आतिफ इलाही और अन्य ने गाली-गलौज शुरू कर दी। जब तक सैफ कुछ समझ पाता, सलमान काना ने ताबड़तोड़ कई राउंड गोलियां दागी। सैफ के पेट में गोली लगने से वह वहीं गिर पड़ा। वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गया। आस-पास के लोगों की सूचना पर मूलगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। आनन-फानन में सैफ को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया और घरवालों को सूचना दी। शनिवार सुबह हैलट के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर सैफ के पिता मोहम्मद सफीक, पत्नी फातिमा, बेटा अरमान और श्याम समेत परिवार के कई लोग हॉस्पिटल पहुंचे। पिता सफीक ने बताया, ’’शातिर अपराधी चौबेगोला निवासी सलमान काना और बेकनगंज निवासी आतिफ इलाही और उसके गुंडों ने बेटे की हत्या की है। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम गोली मारने वाले अपराधियों की तलाश में लगी है। पुलिस को कई अहम सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं जिनकी मदद से बदमाशों तक पहुंचना आसान होगा। पुलिस ने बताया कि सैफ पुराना अपराधी था। उसके खिलाफ मूलगंज थाने में हत्या, जुआ, सट्टा, लूट, हत्या का प्रयास, मादक पदार्थ की तस्करी समेत अन्य 15 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।