बस्तीः जिले में एक हिंदू युवक ने एक मुस्लिम युवती से प्रेम विवाह कर लिया। दोनों ने आर्य समाज मंदिर लखनऊ में अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे भी लिए। इसके बाद दो पक्षों में मामला तनावपूर्ण हो गया। युवती के पक्ष के लोगों का आरोप था कि युवक ने उनकी बेटी का अपरहण कर लिया है, जबकि युवक के पक्ष का कहना है कि दोनों बालिग हैं और दोनों ने अपनी मर्जी से विवाह किया है। युवती पक्ष की ओर से दर्ज कराए गए अपहरण के मामले में शुक्रवार को उसका बयान होना था, जिसके चलते उसे महिला थाने में रखा गया था।
यहां देर रात तक हिंदूवादी संगठनों का जमावड़ा लगा रहा और वह युवती को छोड़ने की मांग कर रहे थे। महिला थाने की एसओ अनीता यादव पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगा है। हिन्दूवादी नेताओं का कहना था कि एसओ लड़की पक्ष के लोगों को उससे मिलवाकर उसका ब्रेनवाश करवा रही हैं। जबकि एसओ ने कहा कि युवती का बयान होना है, वह उनकी अभिरक्षा में है और सुरक्षित है।
मामला पैकोलिया थाना क्षेत्र के ही सुनसुनिया गांव का है। इसी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक मुस्लिम युवती से हिंदू युवक को प्यार हुआ और दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाते हुए बीते एक सितंबर को लखनऊ स्थित आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया। घर छोड़कर दोनों दिल्ली चले गए और अपना जीवन यापन करने लगे। युवक के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि 8 सितंबर को पुलिस दिल्ली से पकड़कर दोनों को बस्ती ले आई। साक्ष्य के तौर पर युवक के परिजन दोनों का वीडियो दिखा रहे हैं।
इसमें दोनों यह स्वीकार कर रहे हैं कि दोनों ने अपनी मर्जी से विवाह किया है। इतना ही नहीं वे आर्य समाज मंदिर की ओर से जारी प्रमाण पत्र भी दिखा रहे हैं, लेकिन पुलिस का कहना है युवती का बयान होने के बाद ही उसे दोनों पक्षों में से किसी को सौंपा जाएगा। प्रकरण को लेकर जब अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र चैधरी से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि अपहरण का मुकदमा दर्ज था, जिसके तहत कार्रवाई की जा रही है। युवती का बयान होना है और मेडिकल भी। इसके बाद उसे जहां वह रहना चाहेगी उसे सौंप दिया जाएगा।