बस्ती 04 सितम्बर। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ओपेक कैली हास्पिटल में पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। कहा प्रधानमंत्री की मंशा है कि 2025 तक टी.बी. से भारत मुक्त हो। उन्होंने टी.बी. के मरीजों के गोद लेने वाले समाज के लोगों एवं हास्पिटल को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इन मरीजों को पोषण आहार पोटली देने की जिम्मेदारी भी हमारी है।
रेडक्रास सोसायटी साल भर में एक बार मीटिंग होती है, इसमे सदस्य बनाये जाते हैं। उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुये कहा कि कई हास्पिटल के पास पैसा होता है और वो सेवाभाव के साथ काम करना चाहते हैं। उन्होंने गांव में अमृत सरोवर पर, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर काफी संख्या में लोगों के उपस्थिति पर खुशी व्यक्त किया। कहा कि हमें जरूरतमंदो की मदद करनी चाहिये। उन्होंने एक उदाहरण देते हुये कहा कि राजभवन में हम सब्जी उगाते हैं व सोमवार को उसकी पोटली बनाकर आने वाले जरूरतमंद को देते हैं।
होम्योपैथिक के साथ आयुष विभाग का होना जरूरी है। छोटे बच्चों के जब दांत आते हैं तो होम्योपैथिक की दवा दी जाती है, जो बहुत कारगर है। उन्होंने कहा कि हमारे पास जब कोई मरीज आये तो उसकी अंगुली पकड़कर उसको जहां जाना है, वहां पहुंचाया जाये यह हम सबकी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर महामहिम द्वारा 20 क्षय रोगियों को पोषण पोटली वितरित किया गया, गोंद लेने वाली 13 संस्थाओं, व्यक्तियों को सम्मानित किया।
इसी क्रम में आयुष्मान लाभार्थियों को हेल्थ कार्ड वितरित किया गया। जनपद में आयुष्मान कार्ड धारकों को स्वास्थ्य सेवा देने वाले सर्वोत्तम 10 निजी चिकित्सालयों को सम्मानित किया गया। एन.क्यू.ए.एस पुरस्कार प्राप्त चिकित्सा इकाइयों के अधीक्षकों को राज्यपाल ने सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद हरीश द्विवेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, विधायक हर्रैया अजय सिंह, मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह, आईजी आर.के. भारद्वाज, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी, सी.एम.ओ. आर.पी. मिश्रा, सी.एम.एस. ए.एन प्रसाद सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।