भरुच, गुजरात (बीके पाण्डेय)। गणपति की पूजा में भक्त लीन बने दिख रहे हैं। विविध स्थानों पर गणपति प्रतिमा की स्थापना कर पूजा पाठ का दौर जारी है। सुबह व शाम के समय होने वाली आरती में लोग बढ़ चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। गणपति स्थापना के दूसरे दिन बुधवार को लोग विविध स्थानों में विराजित गणपति की प्रतिमा को देखने के लिए निकले व पूजा पाठ की। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथमपूज्य कहा गया है, यानी कि हर पूजा-पाठ, शुभ काम में पहले गणेश जी की पूजा और उनके आह्वान के साथ ही शुरुआत की जाती है।
इसके अलावा गणपति को विघ्नहर्ता भी कहा गया है. गणेश जी सुख-समृद्धि के दाता हैं. गणेश उत्सव के 10 दिनों में गणपति अपने भक्तों के बीच रहकर उनका कल्याण करते हैं. आज 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है और इस दिन गणपति की मूर्ति स्थापित की जाती है. लोग ढोल-नगाड़ों के साथ गणपति की मूर्ति लाते हैं और फिर विधि-विधान से मूर्ति स्थापना की जाती है. 10 दिन तक गणपति की पूजा-अर्चना करने के बाद अनंद चतुर्दशी को गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है।