बस्ती। शनिवार को प्रधान क्षेत्र पंचायत स्वाभिमान संघ के राष्ट्रीय संरक्षक एवं पूर्व प्रमुख कृष्ण चन्द्र सिंह और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के मण्डल अध्यक्ष सौरभ सिंह ‘बीनू’ के नेतृत्व में पदाधिकारियों और सदस्यों ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में मांग किया गया है कि केन्द्र सरकार पास्को एक्ट का दुरूपयोग रोकने के लिये पुर्नविचार करे और नया कानून बनाया जाय।
सन्तसभा श्री लक्ष्मण किला अयोध्या धाम द्वारा प्रस्तुत विचार को संकलित करते हुये प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि पास्को एक्ट बड़े पवित्र उद्देश्य से नाबालिगों को यौन शोषण से बचाने के लिये लाया गया यह कानून आज समाज में चरित्र हनन और राजनैतिक षडयन्त्रों का उपकरण बनकर रह गया है। बढी हुई महत्वाकांक्षा और अनियंत्रित सोशल मीडिया के युग में पास्को एक्ट समाज में कैंसर का रूप ले चुका है। सन्त समाज हो, या व्यवसायी, नेता हो या अभिनेता इस कानून ने सबकी प्रामाणिकता को निरस्त कर दिया है, न अवस्था की कोई मर्यादा बची है, न कुल की।
एक आरोप मात्र से चाहे वह झूठा ही क्यों न हो, व्यक्ति अस्वीकार्य हो जाता है। छेड़ने, घूरने अथवा स्पर्श करने जैसे आरोप, जिनकी स्वयं ही प्रामाणिकता संदिग्ध रहती है उसके आधार पर बिना जाँच किये अपराधी मानकर दंड देना न्यायोचित नहीं समझा जा सकता। इस परिस्थिति से एक और रिश्ते शर्मसार हो रहे है तो दूसरी ओर बच्चियों के लिये कैरियर बिल्डिंग के स्कोप कम हो रहे हैं। निजी क्षेत्रों की सेवायोजन देने वाली संस्थाए ऐसे आभासी आरापी से घबराकर बालिकाओं के सेवायोजन से बचने लगी है।
जो संविधान पारस्परिक सौहार्द और सामंजस्य का आधार बन रहा था वह विद्वेष और आशंका के कारण अलगाव का कारण बनने लगा है। ऐसी स्थिति में सरकार को पास्को एक्ट पर पुर्नविचार किया जाना उचित होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से अमन प्रताप सिंह, धु्रवचन्द्र सिंह, अशोक सिंह, बलवन्त सिंह, यशवन्त सिंह ‘रोलू’ प्रियांशु सिंह, अक्षय प्रताप सिंह, जर्नादन सिंह, संजय सिंह, गुड्डू सिंह, पप्पू सिंह, अनमोल सिंह, विपुल सिंह, अभिषेक सिंह, आदित्य सिंह, समीर खान, नीरज सिंह, अर्जुन चौधरी, जय सिंह, आदित्य सिंह, राहुल सिंह, पिकूं पाल, अवनीश सिंह के साथ ही बड़ी संख्या में प्रधान क्षेत्र पंचायत स्वाभिमान संघ और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी शामिल रहे।