बस्ती, 12 सितम्बर। बस्ती के मुख्य विकास अधिकारी डा. राजेश कुमार प्रजापति का तबादला हो गया। इनकी जगह वाराणसी में ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट रहे जयदेव को बस्ती का सीडीओ बनाया गया है। डा. राजेश प्रजापति को उत्तर प्रदेश शासन में कृषि उपायुक्त शाखा में विशेष सचिव बनाया गया है। यहां उनका कार्यकाल लम्बा था। इस दौरान उन्होने काफी लोकप्रियता हासिल की। शासन और जिलाधिकारी से बेहतर तालमेल बैठाते हुये जिम्मेदारियों को निभाने में उन्होने सभी अधिकारियों को पीछे छोड़ दिया था। बातों का गंभीरता से सुनना, उसका सम्यक समाधान निकालना कोई इनसे सीखे।
डा. राजेश कुमार प्रजापति मूल रूप से गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं। दर्शनशास्त्र से इन्होने पीएचडी किया है। कर्म ही इनका धर्म है। वैसे ये हनुमानजी को मानते हैं उनकी पूजा करते हैं और नियमित व्रत रहते हैं। शासन प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और हर प्रकार के दबावों से इनको मुक्त कर दिया जाये तो हर समस्या का समाधान इनकी जुबान पर है। फरियादी इनके पास आकर अपना आधा दर्द भूल जाता हैं। पूर्व के तैनाती स्थलों पर आज भी पब्लिक डिमांड है कि डा. राजेश कुमार प्रजापति की तैनाती उनके जनपद मे हो जाये।
इनकी पत्नी डा. श्रेया इनकी असली ताकत है। गीत संगीत में काफी रूचि रखने वाली डा. श्रेया ने अपने दम पर पूरे यूपी में अपनी अलग पहचान बनाया है। उन्हे कई अवार्ड मिल चुके हैं। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को ये बखूबी सम्पन्न कराती हैं। डा. श्रेया संगीत संस्थान तथा रिदम एकेडमी की संचालिका हैं। समाजसेवा के जज्बात भी इनके भीतर कूटकर भरे हैं। बड़ी आसानी से हर किसी को प्रभावित कर लेती हैं और उसे अपना फैन बना लेती हैं। इनकी खुबसूरती, सभ्यता से परिपूर्ण पहनावा, सरलता और आवाज इनकी ताकत है। बस्ती में रहते हुये आपने समाजसेवा के नया हुनर भी बताया।
आपके आवाह्न पर मतदाता जागरूकता, बस्ती महोत्सव जैसे अने कार्यक्रमों को बखूबी सम्पन्न कराने के लिये हजारों की संख्या में पुरूष और महिलायें सड़क पर उतरीं। आपने एक उच्च अधिकारी की पत्नी का घमंड न करके सभी को गले लगाया। लोगों के घरों में ऐसे जाती रहीं, समारोहों में ऐसे हिस्सा लेती रहीं मानों आप उसी परिवार का हिस्सा हों। ऐसे व्यक्तित्व के जाने से दर्द तो सभी को होगा। लेकिन आप जैसों को एक स्थाना पर रहना भी उचित नही हैं। आप जहां जायेंगे कुछ बदलेगा, सोच, आचरण, हुनर कुछ भी। तबादले की खबर सुनकर डा. श्रेया और डा. राजेश प्रजापति के समर्थकों और फैन्स में अचनाक मायूसी छा गई है।