संत कबीरनगर। नगर निकाय चुनाव में सिम्बल पाने के बाद प्रत्याशियों ने जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। कयासों का भी दौर चल पड़ा है। चाय पान की दुकानों पर हो रही बहस में लोग अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे कर रहे हैं। इसी बीच एक चर्चा तेजी से हो रही है कि भाजपा ने निवर्तमान चेयरमैन श्यामसुन्दर वर्मा को फिर नगरपालिका परिषद से अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाकर विपक्षी दलों को वाकओवर दे दिया है। दरअसल पिछले कार्यकाल में श्सामसुन्दर वर्मा के ऊपर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप हैं, साथ ही उन्होने पार्टी के ही लोगों की अनदेखी की।
कुल मिलाकर श्याम सुंदर वर्मा की राह आसान नहीं है। उन्हे भितरघात भी खतरा है। टिकट की उम्मीद लगाये नेताओं को पार्टी से निराशा मिलने के उपरान्त वे मतों में बिखराव कर अपनी हैसियत जरूर दिखाना चाहेंगे। आपको बता दे खलीलाबाद नगर पालिका परिषद से चेयरमैन रह चुके बीजेपी के श्याम सुंदर वर्मा पर बीते कार्यकाल में दुकानों के निर्माण में गड़बड़ी करने पर प्रमुख सचिव नगर विकास द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
इसके साथ ही उन पर विभिन्न मद में भुगतान को लेकर वित्तीय अनियमितता में कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। ये बात अंदरखाने की नही है, इसे खलीलाबाद नगर पालिका क्षेत्र की जनता अच्छे से जान रही हैं। ऐसे में विकास के नाम पर देश-प्रदेश में काबिज हुई बीजेपी सरकार के इस प्रत्याशी के सामने आगे और चुनौतियां आ सकती हैं। जनता जनार्दन में पूर्व नपा अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा के द्वारा की गई इन अनियमितताओं को लेकर काफी रोष हैं। वे लोगों को अपने पक्ष में करने में करने में नाकाम रहे तो नतीजों का भी रूख अपनी ओर नही कर पायेंगे। जनता और अपनों की नाराजगी भाजपा प्रत्याशी के लिये भारी पड़ सकती है।