बस्ती चेतना न्यूज़, लखनऊ (अथर्व श्रीवास्तव) प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को सर्विलांस टीम डीसीपी साउथ व थाना सुशांत गोल्फ सिटी की संयुक्त पुलिस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एटीएम बाबा गिरोह का पर्दाफाश किया। बीते तीन अप्रैल को इस गिरोह ने अर्जुनगंज में एटीएम काटकर 39.58 लाख रुपए निकाले थे। इस गिरोह का सरगना बिहार में सिपाही की नौकरी करता था।
एटीएम काटकर पैसे चुराने से इस गिरोह का सरगना एटीएम बाबा नाम से मशहूर हो गया। अर्जुनगंज के खुदही बाजार में स्थित एसबीआई एटीएम से इस गिरोह के सदस्यों ने 3 अप्रैल को 39.58 लाख रुपए चुराए थे। घटना के समय एटीएम में दाखिल लुटेरों ने वहां लगे कैमरे पर स्याही छिड़क दिया। इसके बाद गैस कटर से एटीएम मशीन के कैश ट्रे को काटकर रुपए निकाल लिये और कार से फरार हो गए। कार के नंबर से पुलिस ने इन्हें ट्रेस करना शुरू किया। इस मामले को लेकर जांच में जुटी पुलिस ने पहले एटीएम बाबा के करीबी नीरज मिश्रा को पकड़ा।
इसके बाद सरयू अपार्टमेंट गोमतीनगर विस्तार के रहने वाले छात्रों विजय पांडेय और देवेश पांडेय के साथ ही अन्य आरोपियों राज तिवारी व पंकज पांडेय को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के पांचों सद स्यों के पास से पुलिस ने 11,13,000 रुपए व घटना में प्रयुक्त बोलेरो कार के साथ ही गैस कटर व अन्य सामान बरामद किये।डीसीपी साउथ विनीत जयसवाल के मुताबिक एटीएम बाबा उर्फ बुलबुल छपरा बिहार का रहने वाला है। एडीसीपी शशांक सिंह ने बताया कि सुधीर उर्फ बुलबुल ने बिहार के गोपालगंज से वर्ष 2005-06 में सिपाही की नौकरी की शुरुआत की थी।
ठीक प्रकार से ड्यूटी न करने व बिना सूचना के महीनों गायब रहने की वजह से उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया। इसके बाद उसने नौकरी छोड़ दी। अपनी ड्यूटी के दौरान सुधीर मिश्रा ने कई एटीएम कटर गिरोहों का पर्दाफाश किया था। इन गिरोहों से हुई पूछताछ के माध्यम से उसने भी एटीएम काटना सीख लिया था। अपने करीबी साथी व पत्नी रेखा के साथ मिलकर सुधीर मिश्रा ने गिरोह तैयार किया था। रेखा गांव की प्रधान है। रेखा की तलाश में पुलिस अभी भी जुटी है। सुधीर मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा के खिलाफ बिहार के रिबिलगंज में लूट व हत्या के प्रयास संबंधी 18 से 20 मामले में मुकदमे दर्ज हैं।