बस्ती, 24 अप्रैल। भाजपा सांसद और राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी के बेहद करीबी आशीष शुक्ला ने टिकट न मिलने पर बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है। उन्होने पत्नी नेहा शुक्ला का नामांकन करवाकर पार्टी के फैसले को चुनौती दिया है। नामांकन के उपरान्त मीडिया के सवालों का जवाब देते हुये आशीष शुक्ला ने कहा वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का झण्डा ढो रहा हूं।
पिछले चुनाव में भी टिकट की दावेदारी किया था, लेकिन पार्टी ने निराश किया। इसके बावजूद जिसे टिकट मिला उसको चुनाव जिताने के लिये पूरी ताकत से लगकर सहयोग दिया। इस बार फिर टिकट की दावेदारी पेश की। आखिरी वक्त में निराश होना पड़ा। ऐसे में निर्दल चुनाव लड़ने का एक रास्ता बचा था। हालांकि भाजपा पर उन्होने कोई टिप्पणी नही की। कहा तमाम मामले हैं जब बीजेपी ने उनका साथ दिया और वे भी पार्टी में निष्ठा और समर्पण भाव से लगे रहे। ऐसा माना जा रहा है कि नेहा शुक्ला को जो भी मत मिलेंगे वे बीजेपी के होंगे और उनका निर्दल चुनाव लड़ना हर हाल में भाजपा के लिये नुकसानदायक होगा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को मजबूती मिलेगी।