लखनऊः यूपी के अमेठी में सोमवार देर रात बाइक सवार बदमाशों ने पूर्व प्रधान और उसके चाचा संग्रह अमीन की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने बदमाश मौके से फरार हो गए। मामले में 7 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। गांव में कई थानों की पुलिस को तैनात किया गया है। मामला मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के भददौर गांव का है।
इस वारदात में चुनावी रंजिश की बात सामने आ रही है। भददौर गांव के संग्रह अमीन सुरेश यादव अपने भतीजे पूर्व प्रधान बृजेश यादव और एक अन्य व्यक्ति शुभम वर्मा के साथ शादी समारोह से लौट रहे थे। ये लोग बोलेरो से घर लौट रहे थे। जैसे ही इनकी गाड़ी दादरा रोड पर दुर्गा मास्टर के भट्टे के पास पहुंची। यहां घात लगाए बैठे दो बाइक सवार बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। इस दौरान पूर्व प्रधान को 2 और अमीन को 5 गोली लग गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश तमंचा लहराते भाग गए। घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
चाचा-भतीजे को आनन-फानन में मुसाफिरखाना सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं बोलेरो में मौजूद तीसरा व्यक्ति शुभम वर्मा बाल-बाल बच गया। इस मामले में शुभम कुछ भी बोलना नहीं चाह रहा है। वह बार-बार कह रहा है कि वो लोग मुझे भी मार देंगे। मृतक बृजेश के भाई दुर्गेश यादव ने बताया, “जलालुद्दीन के परिवार से पिछले 10 सालों से चुनावी रंजिश चली आ रही है। 2015 में इसने चाचा और भाई पर हमला करवाया था। तब चाचा के बाएं हाथ में गोली लगी थी। उस वक्त पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी।
हम लोग कागजी कार्रवाई कर सीओ और कोतवाल के साइन भी कराए थे, लेकिन आज तक सुरक्षा नहीं मिली।“परिजनों ने 5 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। नामजद में जमालुद्दीन, मोइनुद्दीन, राहुल यादव, संजय यादव वसीर खान हैं। दो अन्य अज्ञात आरोपी भी हैं। भददौर मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। कोई साम्प्रदायिक विवाद ना हो, इसलिए गांव और अस्पताल को छावनी में भारी पुलिस बल तैनात है। देर रात सदर विधायक राकेश प्रताप सिंह भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की थी, फिर लखनऊ चले गए। राकेश प्रताप सिंह मंगलवार को विधानसभा में अमेठी के डबल मर्डर का मुद्दा उठा सकते हैं। वहीं, परिजन 2 बजे शस्त्र लाइसेंस और परिवार की सुरक्षा की मांग को लेकर सड़क जाम करेंगे।