भरुच, गुजरात (बीके पाण्डेय)। देश की पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद मुंबई के बीच कब चलेगी इसकी निश्चित समयावधि नही तय हो पा रही है। उधर पिछले पांच साल में एमएएच एसआर प्रोजेक्ट के पीछे 38506 करोड़ रुपए का खर्च होने की जानकारी रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने लोकसभा में दी। मुंबई से अहमदाबाद के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने के लिए 19 सितंबर 2017 को अहमदाबाद में पीएम नरेन्द्र मोदी ने जापान के पीएम की उपस्थिति में शिलान्यास किया था।
साबरमती से बीकेसी तक 315 किलोमीटर में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए उस समय में लगभग 108000 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट खर्च घोषित किया गया था। इसके साथ ही गुजरात व महाराष्ट्र के 12 स्टेशनों पर ट्रेन का स्टापेज व इसका स्टेशन बनाने सहित काम का बुलेट मैप तैयार कर दिया गया था। सबसे पहले ऐलिवेटेड ट्रेक,स्टेशन, बिल्डिंग, डिपो बनाने के लिए जमीन संपादन का काम शुरु किया गया था। गुजरात व दादरा नगर हवेली में अधिकतर जमीन संपादन का काम पूरा हो चुका है।
अभी तक 352 किमी का ऐलिवेटेड वायडक तैयार किया जा चुका है। औसतन 157 किमी का पाईलिंग कार्य भी पूरा किया जा चुका है। इसके साथ ही साथ 180 किमी का फाउंडेशन भी हो चुका है। 37 किमी में गुजरात व दादरा नगर हवेली में गर्डर लांचिग पूरा किया जा चुका है। अभी तक बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के काम के पीछे 38 हजार 506 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। वर्ष 2017 में तय किए हुए कुल अनुमानित खर्च में 1.08 करोड़ रुपए का इजाफा हो चुका है। प्रोजेक्ट विलंबित चल रहे होने के पीछे कोरोना व महाराष्ट्र में जमीन संपादन में आई अड़चन कारणभूत रही।