बस्तीः एसीएमओ डॉ. आरपी मिश्र ने स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। रविवार को आयोजित होने वाले सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेले में फर्जी रिपोर्टिंग व चिकित्सकों के गैर हाजिर रहने की शिकायत विभाग को लगातार मिल रही है। सीएचसी कप्तानगंज में दो चिकित्सक व पीएचसी हरदी में तैनात आयुष चिकित्सक गैर हाजिर रहे। सीएमओ सायं तीन बजे गौर ब्लॉक की पीएचसी हरदी पहुंचे।
वहां पर तैनात आयुष चिकित्सक डॉ. अनिल मिश्रा गैर हाजिर मिले। रजिस्टर में 40 मरीजों का नाम चढ़ा हुआ था। स्टॉफ ने बताया कि चिकित्सक एक घंटे पूर्व गए हैं। संविदा रजिस्टर मांगने पर नहीं दिया गया। सीएमओ ने नियमित व संविदा का एक रजिस्टर बनाने का निर्देश दिया। एएनएम कलावती देवी का हस्ताक्षर बना हुआ था, लेकिन वह गैर हाजिर थी। उनका वेतन बाधित करने का निर्देश दिया।
आशा एक भी मरीज नहीं लाई थी। बाउंड्री वाल टूटी हुई थी, पानी की व्यवस्था अस्पताल में नहीं थी। एमओआईसी ने कई माह से वहां की विजिट नहीं किया था। पीएचसी बेलघाट के निरीक्षण में चिकित्सक डॉ. प्रेमचंद्र व अन्य स्टॉफ मौजूद मिले। 11 मरीज देखे गए थे। अस्पताल परिसर में ही गोशाला बना दिया गया है। साफ-सफाई व्यवस्था बहुत खराब थी। पीएचसी का निरीक्षण एमओआईसी ने कई माह से नहीं किया है। एएनएम सरोज देवी का 22 जून से हस्ताक्षर नहीं बना है। एएनएम का कहना था कि वह एएनएम सेंटर पर ड्यूटी दे रही हैं।
चिकित्सकों का वेतन बाधित
कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर सीएमओ ने सीएचसी कप्तानगंज का निरीक्षण किया। हाजिरी रजिस्टर की जांच की तो डॉ. विजय कुमार गुप्ता व डॉ. सुनील तिवारी तथा स्टॉफ नर्स स्मिता पहली जुलाई को गैर हाजिर मिले। सभी का वेतन बाधित कर स्पष्टीकरण मांगे जाने का निर्देश दिया। इमरजेंसी ड्यूटी पर डॉ. संजीव जायसवाल व फार्मासिस्ट मौजूद रहे। अस्पताल में झाड़ू तक नहीं पड़ी थी। 30 जून से आज तक 25 प्रसव हुआ था। सीएमओ ने संस्थागत प्रसव बढ़ाने व जेएसवाई का लाभ दिलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए 24 घंटे चिकित्सक तैनात रहें तथा दवा का पर्याप्त मात्रा में प्रबंध रहे। मेले के लिए विशेष रूप से डॉ. सुनील तिवारी को जिम्मेदारी सौंपने का निर्देश दिया।