बनकटी, बस्ती (बीपी लहरी) विकास के नाम पर सम्पर्क मार्गो पर आरसीसी, इण्टरलाकिंग, नाली व पटरी मरम्मत के नाम पर कागजों में काम दिखाकर 17 लाख रूपये का बंदरबाट किये जाने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों के गठजोड़ के बगैर यह संभव नही हुआ होगा। मामला कुदरहा ब्लाक का है। ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत रैनिया में सोमन के खेत से राम ललित के खेत तक सम्पर्क मार्ग के आर.सी.सी. निर्माण हेतु 2,54,000, शैलेन्द्र के घर से राम मूरत के घर तक इंण्टरलॉकिंग कार्य के नाम पर 2,76,000, गिरीश के घर से कालेदीन के घर तक इंण्टरलॉकिंग कार्य हेतु 2,42,000, इण्टरलॉकिंग रोड से राम किशुन के घर तक इंण्टरलॉकिंग कार्य हेतु दो लाख चौंतीस हजार, जितेन्द्र के घर से राम बचन के घर तक इंण्टरलॉकिंग कार्य हेतु दो लाख नौ हजार, सोनघटा से भक्तूपुर पुलिया तक पटरी मरम्मत के नाम पर एक लाख सतहत्तर हजार, प्रेम चन्द्र के घर से नदी तक नाली के मरम्मत कार्य केवल कागजों में है।
धरातल पर कोई काम नही हुआ है। इण्टरनेट से खुलासा होने के बाद से ग्रामीण उद्वेलित हैं। उपरोक्त कार्यों के नाम पर तिहत्तर हजार आठ सौ रूपये ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव समेत अन्य कर्मचारियों के जेब में चले गये। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्राम पंचायत के निवासी मनीराम, राम चन्द्र चौधरी, इन्द्रभान चौधरी, घनश्याम चौधरी, अजय कुमार चौधरी, सतीश चौधरी आदि ग्रामीणों ने इंटरनेट पर देखा। पता चला जिम्मेदारों ने बगैर कार्य कराये भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है। यह जिला प्रशासन की साफनीयत पर सवाल है। देखना तो यह है कि इस प्रकरण में जिला प्रशासन का रुख क्या होगा ?.इस मामले में खण्ड विकास अधिकारी विनय कुमार द्विवेदी ने कहा है कि मामला गंम्भीर है शीघ्र ही जांच करा कर मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।